tag:blogger.com,1999:blog-3000539000096334602.post5188449975008565423..comments2024-02-28T19:01:43.131-08:00Comments on साला सब फ़िल्मी है...: मेरी प्रथम पच्चीसीAnkur Jainhttp://www.blogger.com/profile/17611511124042901695noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-3000539000096334602.post-58811652888503158832013-09-01T09:03:42.357-07:002013-09-01T09:03:42.357-07:00विलम्ब से सही पर,आपको पचीसवी वर्षगांठ की हार्दिक श...विलम्ब से सही पर,आपको पचीसवी वर्षगांठ की हार्दिक शुभकामनाएँ,कौशल लालhttps://www.blogger.com/profile/04966246244750355871noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3000539000096334602.post-65428531905667736712013-08-01T20:21:45.144-07:002013-08-01T20:21:45.144-07:00thnx dear...तू तो जिगरी है मेरा :)thnx dear...तू तो जिगरी है मेरा :)Ankur Jainhttps://www.blogger.com/profile/17611511124042901695noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3000539000096334602.post-16508659669021367432013-08-01T20:20:49.694-07:002013-08-01T20:20:49.694-07:00शुक्रिया सौरभ जी...गुजरा वक्त याद कर मुस्कुराना और...शुक्रिया सौरभ जी...गुजरा वक्त याद कर मुस्कुराना और उससे नई प्रेरणा लेना सबको अच्छा लगता है...Ankur Jainhttps://www.blogger.com/profile/17611511124042901695noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3000539000096334602.post-33491006134965666232013-08-01T20:19:56.440-07:002013-08-01T20:19:56.440-07:00धन्यवाद दिगंबह जी...यादों का कारवां अभी आगे भी बढ़...धन्यवाद दिगंबह जी...यादों का कारवां अभी आगे भी बढ़ना है...Ankur Jainhttps://www.blogger.com/profile/17611511124042901695noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3000539000096334602.post-63799935553057580222013-08-01T20:19:10.095-07:002013-08-01T20:19:10.095-07:00बहुत बहुत धन्यवाद विकेश जी...बहुत बहुत धन्यवाद विकेश जी...Ankur Jainhttps://www.blogger.com/profile/17611511124042901695noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3000539000096334602.post-35402553292726919282013-08-01T20:18:35.659-07:002013-08-01T20:18:35.659-07:00धन्यवाद प्रवीण जी...धन्यवाद प्रवीण जी...Ankur Jainhttps://www.blogger.com/profile/17611511124042901695noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3000539000096334602.post-22159840014010843272013-08-01T14:42:03.344-07:002013-08-01T14:42:03.344-07:00बचपन के दिन सच में बहुत सुहाने होते हैं.
तीनो भाई ...बचपन के दिन सच में बहुत सुहाने होते हैं.<br />तीनो भाई एक ही दिन जन्मदिन मना लेते थे ..अच्छा ताल मेल था आप तीनो का!<br />अच्छा लगा आप की यादों को आप ने बांटा..आगे की कड़ी की प्रतीक्षा रहेगी.Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3000539000096334602.post-19971213984271446612013-07-31T09:53:58.549-07:002013-07-31T09:53:58.549-07:00आपके जीवन से बहुत कुछ साकने लायक है...वैसे तो आपके...आपके जीवन से बहुत कुछ साकने लायक है...वैसे तो आपके व्यक्तित्व से बहुत कुच परिचित हूँ ...फिर भी अभी बहुत कुछ बाकी है...जल्द लिलिए आगली कड़ी...इतजार में.....साथ ही जन्नदिवस की हार्दिक शुबकामनायेंअव्यक्त https://www.blogger.com/profile/18341936207429241136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3000539000096334602.post-65663953240926457032013-07-31T05:41:45.457-07:002013-07-31T05:41:45.457-07:00 आपको पचीसवी वर्षगांठ की शुभकामनाएँ, आपके संस्मरण ... आपको पचीसवी वर्षगांठ की शुभकामनाएँ, आपके संस्मरण पढ़ ऐसा लगा कि अपने बचपन से गुजर रहा हूँ. तब डायरी का दौर था। जब 21 साल का हुआ तो एक दिन मैंने भी ऐसा ही लिखा था अपनी डायरी में, मैं 21 साल का हो चुका हूँ और मुझे बच्चन जी की वो पंक्तियाँ याद आ रही हैं क्या भूलूँ, क्या याद करूँ।sourabh sharmahttps://www.blogger.com/profile/11437187263808603551noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3000539000096334602.post-61167634154882209092013-07-31T03:02:56.619-07:002013-07-31T03:02:56.619-07:00२५ वसंत पार हो गए ... उनकी यादें कितनी ज्यादा हैं ...२५ वसंत पार हो गए ... उनकी यादें कितनी ज्यादा हैं ... सबके मन में होती हैं ... बहुत अच्छा लगा आपको करीब से जानना ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3000539000096334602.post-3019881396909819002013-07-31T02:32:11.479-07:002013-07-31T02:32:11.479-07:00क्योंकि बचपन सी निश्चिंतता ही मुक्ति में होती होगी...क्योंकि बचपन सी निश्चिंतता ही मुक्ति में होती होगी जिसके लिये विश्व का संभ्रांत मनुष्य प्रयत्नशील सा दिखता है।...........<br />हालांकि धीरे-धीरे वो संवेदनशीलता सिस्टम और हालातों के हाथों कुंद पड़ती जा रही है..पर विषमताओं में भी अपने मूल्यों और संस्कारों से आज भटकाव नहीं हो पाता उसका कारण दादी-नानी की वही शिक्षा है। अफसोस होता है कि आज के सिकुड़ते परिवारों में दादी-नानी के ये प्रारंभिक स्कूल ख़त्म होते जा रहे हैं और बच्चों को कार्टून नेटवर्क और इंटरनेट जैसे वर्चुअल वर्ल्ड से प्रारंभिक शिक्षा मिलती है........कड़वा सच उकेरा है। बहुत बढ़िया संस्मरण।<br /><br />Harihar (विकेश कुमार बडोला) https://www.blogger.com/profile/02638624508885690777noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3000539000096334602.post-4686719013060826712013-07-31T02:27:40.684-07:002013-07-31T02:27:40.684-07:00आपके बारे में जानकार रुचि और जगी, अच्छा भी लगा। २५...आपके बारे में जानकार रुचि और जगी, अच्छा भी लगा। २५ वर्ष होने की शुभकामनायें।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3000539000096334602.post-11437571681807413292013-07-31T01:34:38.534-07:002013-07-31T01:34:38.534-07:00धन्यवाद रविकरजी....धन्यवाद रविकरजी....Ankur Jainhttps://www.blogger.com/profile/17611511124042901695noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3000539000096334602.post-37923217430993635162013-07-30T22:14:27.838-07:002013-07-30T22:14:27.838-07:00शुभकामनायें प्रियवर-
यशस्वी भव-शुभकामनायें प्रियवर-<br />यशस्वी भव-रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3000539000096334602.post-60836295212911054382013-07-30T18:22:18.495-07:002013-07-30T18:22:18.495-07:00अच्छा लगा आपका बचपन पढ़ कर वैसे हर का बचपन लगभग ऐ...अच्छा लगा आपका बचपन पढ़ कर वैसे हर का बचपन लगभग ऐसा ही होता है.... बहुत खूब ... Ranjana vermahttps://www.blogger.com/profile/18228698425578643882noreply@blogger.com