दूरदर्शन जैसे बड़े शासकीय संस्थान के साथ जुड़े करीब तीन वर्ष होने को हैं। बीते वर्षों में अनेक जनसरोकारी विषयों पर लिखने के साथ कई मुद्दों पर लाइव डिस्कशन करने का अवसर भी मिला। जिसके कारण भावनाओं और विचारों का विरेचन लगातार होता रहा। इन व्यस्तताओं के चलते इन वर्षों में ब्लॉग लेखन न के बराबर ही रहा क्योंकि अभिवयक्ति का दूसरा माध्यम मिल गया था। इन वर्षों में कुछ महत्वपूर्ण विषयों पर जो चर्चा की उन्हें अपने इस ब्लॉग संजाल पर भी डाल रहा हूँ जिससे अपने ब्लॉगर मित्रों से भी जुड़ा रह सकूं।
1- विमुद्रीकरण के फैसले पर मिले जनसमर्थन और प्रभावों पर चर्चा।
2- नोटबंदी के विविध पक्षों पर चर्चा।
4- देश के 70वें स्वतंत्रता दिवस पर की गई सजीव चर्चा।
5- 'नमामि देवि नर्मदे' अभियान को लेकर की गई चर्चा।
6- मध्यप्रदेश में प्राप्त खेल सुविधाओँ को लेकर किया गया डिस्कशन।
7- राष्ट्रीय युवा दिवस पर युवाओं से जुड़े मुद्दों पर चर्चा।
8- अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग के महत्व एवं वैश्विक प्रभाव पर चर्चा।
9- याद करो कुर्बानी अभियान पर की गई चर्चा।
10- सिंहस्थ के दौरान हुए निनौरा वैचारिक कुंभ के 51 सूत्रीय अमृत कुंभ पर चर्चा।
अनेक मुद्दों पर विशेषज्ञों से की गई इन चर्चाओँ से ज्ञान के परिमार्जन का सिलसिला जारी है। काफी कुछ सीखने को मिला है। समग्र दृष्टिकोण बनाने और विविध अनछुए पहलुओँ का परिज्ञान हुआ है। खुद को मिले इस अवसर के लिये अपने को खुशकिस्मत मानता हूँ।
1- विमुद्रीकरण के फैसले पर मिले जनसमर्थन और प्रभावों पर चर्चा।
2- नोटबंदी के विविध पक्षों पर चर्चा।
3- 'तीन तलाक' के अनेक पहलुओं को लेकर सजीव चर्चा।
4- देश के 70वें स्वतंत्रता दिवस पर की गई सजीव चर्चा।
5- 'नमामि देवि नर्मदे' अभियान को लेकर की गई चर्चा।
6- मध्यप्रदेश में प्राप्त खेल सुविधाओँ को लेकर किया गया डिस्कशन।
7- राष्ट्रीय युवा दिवस पर युवाओं से जुड़े मुद्दों पर चर्चा।
10- सिंहस्थ के दौरान हुए निनौरा वैचारिक कुंभ के 51 सूत्रीय अमृत कुंभ पर चर्चा।